Loksabha election 2024 result: सूरत से भाजपा की जीत का आगाज, मोदी को पहला कमल गुजरात से अर्पित
LokSabha Election 2024 : गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से भाजपा के लिए खुशखबर है। सूरत सीट से भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द हो गया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए कहा कि पार्टी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए, भाजपा की जीत का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के लिए पहला कमल गुजरात की ओर से अर्पित कर दिया गया है।
Surat Lok Sabha Elections 2024: सूरत लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए हैं. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इसकी जानकारी दी है. सूरत में कांग्रेस कैंडिडेट नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द हो गया. वहीं, इस सीट से बीएसपी के उम्मीदवार प्यारेलाल भारती ने अपना नामांकन वापस ले लिया. इनके अलावा निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया. मैदान में कोई भी उम्मीदवार नहीं बचा था. ऐसे में बीजेपी के मुकेश दलाल (mukesh dalal) अकेले ही उम्मीदवार बचे।
बीजेपी के इशाले पर नामांकन रद्दः कांग्रेस
गुजरात कांग्रेस प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल ने रविवार को आरोप लगाया कि सूरत लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन फॉर्म बीजेपी के इशारे पर खारिज कर दिया गया, क्योंकि उसे चुनाव में हार का एहसास हो गया है. गोहिल ने इस घटनाक्रम को लोकतंत्र की हत्या करार दिया.
फॉर्म में प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में कथित विसंगतियों को लेकर पार्टी उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन फॉर्म रद्द करने के रिटर्निंग अधिकारी के फैसले के खिलाफ कांग्रेस गुजरात उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेगी. कांग्रेस सूरत निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान से बाहर हो गई है.
प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में पाई गईं विसंगतियां
नीलेश कुंभानी के साथ सूरत से अन्य उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन फॉर्म भी अमान्य कर दिया गया. रिटर्निंग ऑफिसर सौरभ पारधी ने अपने आदेश में कहा कि कुंभानी और पडसाला के जमा किए गए चार नामांकन फॉर्म प्रथम दृष्टया, प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में विसंगतियां पाए जाने और वास्तविक नहीं लगने के बाद खारिज कर दिए गए.
गुजरात कांग्रेस प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी परेशान है, क्योंकि उसे यह एहसास हो गया है. इस बार चुनाव में स्थिति उनके अनुकूल नहीं है. इसके बाद से ही बीजेपी ने कांग्रेस उम्मीदवारों के फॉर्म को किसी भी तरह से रद्द करने की साजिश रची है. कुंभानी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद से ही उनके निशाने पर थे, क्योंकि बीजेपी को सूरत सीट पर हार का एहसास हो गया था.